मौकापरस्तों को ‘हिजाब बवाल’ पर योगी का मुंहतोड़ जवाब, कहा- कोई मत, मजहब, संप्रदाय, देश से बड़ा नहीं

लखनऊ। जहां इन दिनों यूपी की सातों चुनावी पारियों को जीतने की कवायद में सभी दलों के बीच तीखी जंग देखने के मिल रही है। इसी बीच पनपे कर्नाटक के हिजाब बवाल ने इस जंग में आग में घी झोंकने का काम कर दिया है। कुछ लोगों की माने तो इसे केवल एक सम्प्रदाय विशेष को भाजपा के विरोध में खड़ा करने के लिए हवा दी जा रही है। इस सभी बातों के संबंध में एक निजी समाचार पत्र ने जब सीएम योगी का इंटरव्यू लिया तो सीएम योगी ने बड़े ही सरल और शांत लहजे में इन सभी मामलों पर खुलकर प्रकाश डाल।
खबरों के मुताबिक़ चैनल से बातचीत के दौरान सीएम योगी ने कहा कि पहले और दूसरे चरण में प्रदेश के मतदाओं में काफी उत्साह देखने का मिला और यह भी पाया गया कि इन दोनों चरणों में जनता ने भाजपा को जबरदस्त समर्थन दिया। फिलहाल, जिसका अंजाम 10 मार्च के नतीजों में सामने आ ही जाएगा।
उन्होंने कहा कि बीते दो चरणों के मतदानों को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इस बार भी लोगों का रुझान भाजपा के प्रति अटूट है और यही विश्वास और भरोसा आगे आने वाले चरणों में भी देखने को मिलेगा। ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में साल 2017 की तरह ही भाजपा प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी।
वहीं इस दौरान ध्रुवीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा को इसकी जरूरत ही नहीं है, क्योंकि महिलाएं, युवा, व्यापारी, किसान सभी उसके साथ हैं। योगी के अनुसार रामपुर में मो. आजम खां भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं हैं।
उन्होंने चुटकी ली कि अखिलेश यादव कब चाहते थे कि आजम खां बाहर हों? हिजाब को लेकर चल रहे विवाद पर वह कहते हैं कि देश की व्यवस्था संविधान से चलनी चाहिए, शरीयत से नहीं। कोई मत, मजहब, संप्रदाय, देश से बड़ा नहीं हो सकता। इसी के साथ उन्होंने सपा-बसपा पर नई पेंशन स्कीम को लेकर कर्मचारियों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उम्मीद जताई कि कर्मचारी इनके बहकावे में नहीं आएंगे।