फुल फॉर्म में योगी ने ली नए मंत्रियों की क्लास, दी ये बड़ी नसीहत

लखनऊ। प्रदेश की सत्ता में दोबारा वापसी करने के बाद सीएम योगी फुल फॉर्म में नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि सीएम योगी ने प्रदेश के सभी विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ नए मंत्रियों की क्लास ली। साथ ही इस बात की हिदायत दी कि अबसे सभी के काम करने का तरीके पहले से बुल्कुल अलग होगा। इसी कड़ी में उन्होंने यह भी कहा कि अबसे सभी तरह के विभागीय कामकाज में न केवल नव नियुक्त मंत्री संक्रिय रहें, बल्कि विभाग के प्रदर्शन के प्रति जवाबदेह भी बने। उनका कहना है कि अबसे कैबिनेट के सामने प्रस्तुतीकरण केवल मंत्री ही करेंगे। संबंधित अधिकारी यानी प्रमुख सचिव केवल उन्हें सहयोग दे सकते हैं।
गौरतलब है कि योगी की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश की दूसरी भाजपा सरकार के कुल 52 मंत्रियों ने शुक्रवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित भव्य समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। शपथ लेने वाले मंत्रियों में मुख्यमंत्री के साथ-साथ दो उप मुख्यमंत्री, 16 कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के 14 राज्य मंत्री तथा 20 राज्य मंत्री शामिल थे।
खबरों के मुताबिक़ मुख्यमंत्री ने बुधवार को लोकभवन में विभिन्न विभागों के कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि समस्याओं के निस्तारण की जवाबदेही भी तय की जाए। अफसर और मंत्रियों, दोनों के लिए निर्देश दिए कि कैबिनेट के समक्ष विभागीय प्रस्तुतियां संबंधित मंत्री द्वारा ही की जाएंगी। दरअसल, कई मंत्री अब तक पूरी तरह अधिकारियों पर आश्रित रहे हैं। कैबिनेट में चर्चा के लिए कोई प्रस्ताव जाने पर मंत्री उसे नहीं समझा पाते थे, तब अधिकारी सब समझाते थे। अब जिस तरह से नए मंत्रिपरिषद का गठन किया गया है, उससे इशारा मिल ही चुका है कि सरकार अब मंत्रियों के काम का आकलन भी करना चाहती है। जब एक-एक प्रस्ताव से वह सीधे जुड़े होंगे, तब उनकी जवाबदेही बनेगी और अप्रत्यक्ष रूप से नौकरशाही पर भी कुछ नियंत्रण रहेगा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी विभागाध्यक्ष अपने अधीनस्थ कार्यालयों का औचक निरीक्षण करें। कार्यालयों में स्वच्छता, निस्तारित होने के लिए लंबित फाइल की स्थिति, जन शिकायतों के निस्तारण की स्थिति, कार्मिकों की उपस्थिति, समयबद्धता आदि की वस्तुस्थिति का परीक्षण किया जाए।