अमृत महोत्सव में बोले योगी – ‘मोदी राज’ में साकार हो रही ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना

लखनऊ। बुधवार को लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम में सीएम योगी ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। उन्होंने यहां एकत्रित हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी का यह उत्सव आज आजादी के 75 साल पूरे होने की खुशी में मनाया जा रहा है, जिसे देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने शुरू कराया। ताकि सम्पूर्ण देशवासी आजादी का सही मतलब समझ सकें और आज देश तरक्की के जिन आयामों को छू रहा है, उस पर खुद को गौरवान्वित महसूस कर सकें।
बता दें इस दौरान सीएम योगी के साथ यहां लखनऊ उत्तर से विधायक डा. नीरज बोरा व अन्य कई भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

खबरों के मुताबिक़ सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह करीब 11 बजे के आस-पास केडी सिंह बाबू स्टेडियम में पहुंच गए थे। उनके पहुंचने के बाद सबसे पहले यहां ‘वंदे मातरम्’ गायन हुआ। इसके बाद स्टेडियम में मौजूद छात्र-छात्राओं ने देश का मानचित्र बनाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके बाद सीएम योगी ने इस महोत्सव में शामिल होने आए सभी लोगों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा, आजादी के अमृत महोत्सव के आज के इस कार्यक्रम में मंचासीन अमर शहीदों के परिजन, सभी जनप्रतिनिधिगणों, अतिथिगणों व विभिन्न संस्थाओं से उपस्थित छात्र-छात्राओं को हृदय से बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन लखनऊ को देश की आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ रहा है। देश की आजादी के लंबे संघर्ष की कीमत को हमारी वर्तमान व भावी पीढ़ी समझ सके, इसे ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम देश में शुरू किया।

योगी बोले कि देश में अलग-अलग समय में आजादी का आन्दोलन चलता रहा, लेकिन सामूहिक प्रयास वर्ष 1857 के प्रथम स्वातन्त्र्य समर में देखने को मिला था। इस प्रथम स्वातंत्र्य समर का केंद्र बिंदु उत्तर प्रदेश था।
इसके आगे सीएम योगी ने कहा कि यही भारत जो दूसरे देशों पर दवाओं के लिए निर्भर रहता था। लेकिन कोरोना जैसी महामारी में भारत ने दूसरे देशों को वैक्सीन और पीपीई किट मुहैया कराकर बड़ा उदाहरण पेश किया। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को हम साकार होते देख रहे हैं। हर गरीब को घर, राशन, बिजली और शौचालय दिया जा रहा है।
