‘अखिलेश किस सीट से लड़ रहे… मुलायम को नहीं पता तो जनता से संवाद की दशा क्या होगी?’

लखनऊ। विधानसभा चुनावों के तहत सियासी दलों के बीच वाद-विवाद और खींचतान का मामला उठा था, अब वह एकदम मुहाने पर खड़ा हो गया है। वजह यह है कि अब समय आर या पार का है। यही वजह है कि यूपी की सत्तारूढ़ पार्टी के सीएम योगी आदित्यनाथ, जो इस बार के चुनावों में गोरखपुर के मैदान से पहली बार अपनी किस्मत आजमां रहे हैं, वो भी किसी मामले में पीछे नहीं रहना चाहते हैं। इसी का असर है कि बीते दिन यानी शुक्रवार को एक भी एक समाचार पत्र से बातचीत के दौरान उन्होंने सपा को निशाने पर लिया।
खबरों के मुताबिक़ सीएम योगी ने कहा कि जीत हासिल करने के लिए जिस प्रकार से करहल में सपा द्वारा गुंडागर्दी की जा रही है, उस पर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सब उनकी संभावित हार की बौखलाहट को ही प्रदर्शित करता है।
वहीं जब योगी से इस बात का सवाल पूछा गया कि क्या उत्तर प्रदेश का करहल पश्चिम बंगाल का नंदीग्राम बन सकता है? तो योगी ने कहा, ‘आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि मुलायम सिंह जी को ये नहीं मालूम कि करहल से सपा का प्रत्याशी कौन है। अब जब यह स्थिति आ जाए कि पिता को न मालूम हो कि मेरा ही पुत्र फलां जगह से चुनाव लड़ रहा है, तो अनुमान लगा सकते हैं कि करहल में सपा प्रत्याशी का जनता से कितना संवाद हुआ होगा।’
इसके अलावा योगी ने कहा कि 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पूरे राजनीतिक एजंडे को बदल दिया है। अब जातिवाद, परिवारवाद, वंशवाद की राजनीति नहीं चलेगी।
चुनावों में भाजपा की स्थिति पर योगी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 2017 की पुनरावृत्ति कर रही है। यह पहली बार होगा कि यूपी जैसे राज्य में एक सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद प्रचंड बहुमत के साथ फिर आ रही है।
योगी ने कहा, ‘मैं कह चुका हूं कि पहले चरण में ही उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के परिणाम तय हो गए हैं। यही रुझान आगे भी रहने वाला है। जब दस मार्च को परिणाम आएंगे तो अस्सी फीसद से ज्यादा सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतेगी। उन्होंने कहा कि जो लोग विकास का, राष्ट्रवाद का, सुरक्षा का समर्थन करते हैं वे सभी अस्सी फीसद में आते हैं। जो लोग अपराध का, माफियावाद का, अराजकता का, गुंडागर्दी का, भ्रष्टाचार का, आतंकवाद का समर्थन करते हैं वे बीस फीसद में आते हैं।’