…ऐसा क्या पूछ लिया पत्रकार ने कि भड़क गईं प्रियंका? होने लगी कमेंट की बौछार

नई दिल्ली। कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब बवाल ने अब यूपी की सियासत में भूचाल ला दिया है और इस मामले पर अब प्रदेश में काफी सियासी खींचतान जारी है। हाल ही में इस मामले पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी, जिनके चेहरे पर कांग्रेस यूपी में अपना दांव खेल रही है, ने इस मामले में रूचि दिखाते हुए कहा कि एक महिला की अपनी रूचि पर निर्भर करता है कि उसे क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं।
खबरों के मुताबिक़ पत्रकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका से पूछा – ‘आप कह रही हैं कि चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए लेकिन आपने बुधवार सुबह जो ट्वीट किया उससे विकास की धारा कहीं और मुड़ गई है।’
इस पर प्रियंका ने पूछा कि क्या मैंने हिजाब पर बहस छेड़ी? एक महिला को अधिकार है कि वह बिकनी पहनना चाहे या हिजाब पहनना चाहे या घूंघट काढ़े या साड़ी पहने या जींस। इसमें कोई राजनीति की बात नहीं है।’
पत्रकार ने उनसे दोबारा पूछा कि स्कूल में बिकनी कहां से आ गई? जिसके जवाब में प्रियंका ने कहा कि आप गोलमोल करके कुछ भी कह सकते हैं।
उन्होंने रिपोर्टर पर भड़कते हुए कहा कि मैं आपसे कह रही हूं स्कार्फ उतारो। रिपोर्टर ने कहा – मैं स्कूल में नहीं, प्रेस कान्फ्रेंस में हूं। इस पर प्रियंका ने कहा कि आप जहां भी हों, क्या मुझे आपसे यह कहने का अधिकार है? मुझे यह अधिकार नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के इस वीडियो को पत्रकार ने अपने टि्वटर हैंडल से शेयर किया तो कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत उनसे भिड़ गईं। तुम्हारी सस्ती घटिया मानसिकता तो मैं उस समय ही समझ गयी थी जब तुम्हें – साड़ी, सलवार, घूँघट में सिर्फ़ बिकिनी ही सुनाई दी। चरणचुंबक बनने के लिए शायद बेशर्मी अकेली योग्यता है।
इसपर पत्रकार ने उन्हें जवाब में कबीर के एक दोहे के साथ लिखा कि मुद्दा तो यही था कि स्कूल के संदर्भ में बिकनी का ज़िक्र क्यों? अब आपकी सुई सवाल छोड़कर बिकनी पर अटक गई तो उसका मैं क्या करूँ? क्रोध में मनुष्य आपा खो देता है। ऐसा शास्त्र कहते हैं।
पत्रकार के इस बात पर श्रीनेत ने तीव्र लहजे में लिख कि तुम और तुम्हारे जैसे दोयम दर्जे की सोच एवं मानसिकता रखने वाले लोग इस बात को समझ ही नहीं सकते हैं। तुम बाद दरबार में शिरकत जारी रखो।
इस तरह इस मामले पर दोनों में वाद-विवाद और एक दूसरे की मानसिकता को लेकर उलाहना दी जाने लगी और एक दूसरे को नीचा दिखाने में वाद-विवाद बढ़ता चला गया। इसी के साथ इस ट्विटर वार में कई जन सामान्य भी शामिल हो लिए, जिसमें कुछ तो पत्रकार की तरफ से बात करते हुए प्रियंका की सोंच पर तंज एवं मजाक कर रहे थे। वहीं कुछ ऐसे थे, जिन्हें प्रियंका का मत सही लग रहा था।