यूपी : नए मंत्रिमंडल को लेकर सुगबुगाहट तेज, इन लोगों को मिल सकती कैबिनेट में जगह

नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनावों में भाजपा की प्रचंड चीत से जहां सियासी दलों के बीच जारी बयानबाजी और कटाक्ष का दौर थमा तो अब आंकलन और कयासों का सिलसिला शुरू हो चला है। कयास इस बात के कि इस बार योगी के मंत्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी। क्या सभी मंत्रिमंडल पद पहले के समां ही रहेंगे या फिर इसमें भी बड़े फेरबदल की संभावना है। इन्हीं सब बातों को लेकर कुछ सुगबुगाहट भी उठ रही हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में भाजपा की नई सरकार के मंत्रिमंडल सदस्यों को लेकर दिल्ली में मंथन जारी है।
खबरों के मुताबिक़ योगी सरकार के नए मंत्रिमंडल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, आगरा ग्रामीण से नवनिर्वाचित विधायक और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को उप मुख्यमंत्री पद जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है।
कन्नौज से नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व एडीजी असीम अरुण, आगरा ग्रामीण से नवनिर्वाचित विधायक और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य, प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व संयुक्त निदेशक और सरोजनी नगर से नवनिर्वाचित विधायक राजेश्वर सिंह को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
योगी सरकार के मंत्रिमंडल में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के साथ अपना दल के विधायकों को भी जगह मिलेगी। दोनों सहयोगी दलों से एक से दो मंत्री बनाए जा सकते है।
वहीं भाजपा के पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंत्रिमंडल के सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
वहीं यह भी जानकारी है कि भाजपा की नई सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्यों पर दिल्ली में मोहर लगेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य नेता आज दिल्ली जा सकते है।
विधानसभा चुनाव के नतीजों में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं और आरएसएस के बीच यूपी में भाजपा की नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत शुरू हो गई है।
इधर, भाजपा के नेताओं को दिल्ली के इशारे का इंतजार है। दिल्ली से इशारा मिलते ही आज मुख्यमंत्री सहित कोर कमेटी के सभी सदस्य दिल्ली जा सकते है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल के नए सदस्यों के नामों पर भाजपा और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति से ही मोहर लगेगी। नई योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे या नहीं इसका निर्णय भी दिल्ली में ही होगा।