यूपी : पहली बार मंत्रियों के निजी सचिव के पद पर तैनात हुई महिलाएं

लखनऊ। दोबारा यूपी की सत्ता संभालने के बाद सीएम योगी ने बड़ा फेरबदल करते हुए मंत्रियों के स्टाफ में भारी संख्या में महिलाओं की तैनाती की है। बताया जा रहा है कि मंत्रियों के स्टाफ में इस बार करीब 20 प्रतिशत महिलाओं को जगह दी गई है। जबकि इससे पूर्व मंत्रियों के स्टाफ में किसी भी महिला कर्मचारी को जगह नहीं दी जाती थी। इसी के साथ सीएम योगी ने सभी नए निजी सचिव की तैनाती करते हुए सभी पुराने निजी सचिव हटा दिए हैं।
बताया जा रहा है कि निजी सचिव, अपर निजी सचिव, समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी और अनुसेवकों का चयन रैंडम आधार पर किया गया है।
खबरों के मुताबिक रैंडम एक सूची चुने जाने पर कोड के हिसाब से संबंधित कार्मिकों को मंत्री स्टाफ में तैनाती से संबंधित पत्र शनिवार को रात दस बजे तक तैयार किया गया। रविवार को सुबह संबंधित कर्मचारियों को फोन कर सचिवालय बुलाया गया और पत्र दिया गया।
मंत्रियों के स्टाफ की जो सूची तैयार की गई है उसमें किसी भी पुराने स्टाफ को नहीं रखा गया है। पिछले पांच साल के अंदर यदि कोई भी कार्मिक किसी मंत्री के स्टाफ में तैनात रहा है तो उन्हें सूची में ही शामिल नहीं किया गया। मंत्रियों के लिए करीब 120 अनुसेवक भी तैनात किए गए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर हमारी सरकार की शुरू से जीरो टॉलरेंस नीति रही है। इससे पहले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी थी।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने 2 उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री की ही मंत्रणा से नियुक्त किए गए 16 कैबिनेट मंत्रियों 14 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा 20 राज्य मंत्रियों को भी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।