किरण बेदी के सुझाए ये 7 तरीके हिंसक घटनाओं को रोकने में होंगे कारगर!

नई दिल्ली। रामनवमी से लेकर हनुमान जयंती तक देश में अलग स्थानों पर भड़की हिंसा से सभी वाकिफ है। मगर, इन हिंसक घटनाओं को कैसे रोका जाए? इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं सामने आ पाया है। ऐसे में पूर्व आईपीएस और पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी ने 7 नायब सुझाव दिए हैं, जिससे ऐसी हिंसक घटनाओं को रोकने में मदद मिल सकती है। तो आये जानते हैं कि इन हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए किरण बेदी ने जो सुझाव दिए हैं, उनपर एक नजर डाल लेते हैं।
- किरण बेदी के मुताबिक, किसी भी संकरे और संवेदनशील इलाके में जुलूस निकालने और अनुमति देने से पहले ‘क्या करें और क्या न करें’, इसका सख्त पालन होना चाहिए। ताकि सुरक्षित रखने और शांति बनाए रखने के लिए क्षेत्रों के लोगों को भी जिम्मेदार बनाया जा सके।
- ‘जुलूस में क्षेत्र के बाजार संघ या महिला कमेटियों समेत सम्माननीय लोगों को अभिभावक के तौर पर काम करने के लिए प्रेरित किया जाए। महिलाएं भी शांति सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।’
- ‘व्यवस्थित पुलिस व्यवस्था की जाए। महिला पीस कमेटी द्वारा महिलाओं को शामिल किया जाए। इसके अलावा जुलूस से पहले पुलिस स्थानीय लोगों के साथ बैठक करे।’
- ‘सर्वे कराया जाए कि सभी सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं या नहीं इसके अलावा संबंधित लोगों को लिखित कानूनी निर्देश दिया जाए कि वे रिकॉर्डिंग बनाए रखें, खुफिया इनपुट के आधार पर उनका इस्तेमाल किया जा सके।’
- इन क्षेत्रों में रहने वाले जिन लोगों ने पहले अपराध किया है, उनपर नजर रखी जाए और कानून के तहत कड़ी जांच के तहत लाया जाए। शांति बनाए रखने के लिए ऐसे व्यक्तियों से पीस बॉन्ड भराया जाए।
- ‘छतों की तलाशी की जाए, ताकि ज्वलनशील सामग्री या ईंट-पत्थर न मिले। नगर निकाय से सफाई करवाई जाए।’
- ‘इन इलाकों में किसी भी व्यक्ति पर अगर लाइसेंस वाले हथियार हैं, तो वे जमा करवाए जाएं।’