सुभद्रा कुमारी चौहान की 117 वी जयंती पर आज गूगल ने बनाया है खास डूडल

सुभद्रा कुमारी हिंदी साहित्य की कवित्री और लेखिका थी। उनकी दो कविताएं तथा 3 कथा बहुत प्रकाशित हुई । उनकी प्रसिद्ध कविता “झांसी की रानी” के कारण उन्हें महान कवियों के बीच में सम्मान मिला। उनका जन्म 16 अगस्त 1904 नाग पंचमी के दिन इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक गांव मैं रामनाथ सिंह के जमीदार परिवार में हुआ था। उनके पिता ठाकुर रामनाथ सिंह शिक्षा के प्रेमी थे और उनकी देख-देख में उनकी पुत्री की शिक्षा भी प्रारंभ हुई।
उनकी प्रसिद्ध कथा ‘बिखरे मोती’ उनकी पहली कहानी थी । मछली रानी, परिवर्तन ,किस्मत, एकादशी,हमराही,अनिरुद्ध एवं कुल 24 कहानियां हैं । इन कहानियों की भाषा सरल बोलचाल की भाषा है।
आज के दिन उनकी प्रसिद्ध कविता ‘झांसी की रानी’ कि कुछ पंक्तियों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
चमक उठी सन 57 में वह तलवार पुरानी थी,
बदले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।
सुभद्रा कुमारी चौहान भी एक देवी व एक वीरांगना थी ।
Writer- Fatima Naqvi