यूपी एमएलसी चुनाव में मिली करारी हार पर जानें क्या बोले अखिलेश

लखनऊ। स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद की 36 सीटों के चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। तीन निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है, जबकि समाजवादी पार्टी को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। भाजपा की इस जीत पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को बीजेपी पर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के चुनाव में मनमानी और धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने लोकतंत्र को कमजोर करने का काम किया है। मंगलवार को सपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में बीजेपी की मनमानी और धांधली सभी हदें पार कर गईं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में भाजपा की मनमानी और धांधली की सभी हदें पार हो गईhttps://t.co/bZA3KrqJWH
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 12, 2022
‘बीजेपी को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा’
अखिलेश ने कहा कि बीजपी ने लोकतंत्र को कमजोर करने का काम किया है और इसके लिए इस पार्टी को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा। यादव ने आरोप लगाया कि दूसरों को जातिवादी बताने वाली बीजेपी की ये सच्चाई है कि MLC (विधान परिषद सदस्य) चुनाव की 36 सीट में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री जी के स्वजातीय लोग जीते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि एससी-एसटी (अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति) तथा ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) को दरकिनार कर ये कैसा ‘सबका साथ, सबका विकास’ है।
‘मर्यादाओं को भी तार-तार करने में लगी बीजेपी’
सपा मुखिया ने कहा कि सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिये मजबूत करने की लड़ाई समाजवादी लड़ते रहेंगे। सपा सुप्रीमो ने दावा किया कि बीजेपी को संविधान, लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की प्रक्रिया में जरा भी विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी धन-बल और छल से येन-केन-प्रकारेण सत्ता में बने रहने के लिए संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने के साथ ही लोकतंत्र की मर्यादाओं को भी तार-तार करने में लगी है।
‘यह लोकतंत्र और संविधान दोनो का संक्रमण काल’
अखिलेश ने कहा कि सपा ने पहले ही बीजेपी की साजिशों के बारे में मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर सचेत कर दिया था कि बीजेपी MLC चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। अखिलेश ने कहा कि यह लोकतंत्र और संविधान दोनो का संक्रमण काल है।