रोप-वे हादसा : कल से आज तक में 40 लोग हुए रेस्क्यू, 5 अभी भी हवा में, दो की मौत

नई दिल्ली। झारखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी पर रामनवमी के दिन हुए केबिल कर दुर्घटना मामले में कल यानी सोमवार को दोपहर तक करीब 47 लोगों के फंसे होने की खबर थी, जो जिन्दगी और मौत के बीच हवा में झूल रहे थे। हालांकि, बीते दिन बचाव कार्य में लगी रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत के बाद करीब 40 लोगों को केबल कारों से सुरक्षित निकाल लिया। वहीं घटना के 42 घंटे बीतने के बाद अब करीब 5 लोगों के अभी भी केबल कारों में फंसे होने की खबर है, जिन्हें भी जल्द निकालने की बात कही जा रही है। जबकि दो लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
खबरों के मुताबिक़ देवघर में त्रिकूट पर्वत पर रोपवे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिये रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। हादसा रविवार को शाम चार बजे हुआ था। करीब 42 घंटे बाद भी 5 लोग हवा में लटकी ट्रॉलियों में फंसे हुए हैं। एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीमें लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटी है।
बताया जा रहा है कि रोपवे की ट्रालियां में फंसे 15 लोगों में से 10 लोगों को सुबह-सुबह सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। अब 5 जिंदगियां हवा में अटकी हैं। वायुसेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ अभियान चला रहा है। वहीं सोमवार को 30 लोगों का रेस्क्यू किया गया था। इसके अलावा 2 लोगों की मौत हो गई थी।
सोमवार देर शाम को अंधेरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक लिया गया था। झारखंड सरकार का कहना है कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, हताहतों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है, हमारी सरकार इनके लिए हरसंभव मदद करेगी।