बम ब्लास्ट भी बेअसर… ऐसी हाई सिक्योर्ड कार में चलेंगे पीएम मोदी, जाने सारी खासियतें

नई दिल्ली। जहां एक ओर पूरे भारत को विश्वास और विकास की डोर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सूत्र में पिरोकर पूरे विश्व में लोकप्रियता हासिल की है। वहीं मन की खोह में नापाक मंसूबे रखने वाले लोगों की भी कमी नहीं है। मुमकिन है ऐसे लोग केवल दुश्मन देशों में ही नहीं, बल्कि हिन्दुस्तान की सरजमी पर ही रहते हैं और देश को भीतर से खोखला करने की फिराक में लगे रहते हैं। ऐसे में पीएम मोदी की सुरक्षा के बेहतर सुरक्षा इंतजाम करना बेहद आवश्यक हो जाता है। यही वजह है कि अब पीएम मोदी की सुरक्षा को देखते हुए उनके लिए एक स्पेशल कार का बंदोबस्त किया जा रहा है, जिसपर भारी बम विस्फोट का भी कोई असर नहीं पड़ेगा।

खबरों के मुताबिक़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब मर्सिडीज-मेबैक एस 650 की सवारी करेंगे। उनके काफिले में शामिल होने वाली इस कार की खासियत है कि इसके आगे गोली और धमाके बेअसर होंगे। बता दें कि इस कार को रेंज रोवर वोग और टोयोटा लैंड क्रूजर से अपग्रेड किया गया है। हाल ही में हुई रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान पीएम मोदी को इस कार में पहली बार देखा गया था।
वहीं कीमत की बारें तो नई मेबैक 650 गार्ड वीआर-10 लेवल प्रोटेक्शन के साथ लेटेस्ट फेसलिफ्टेड मॉडल है। मर्सिडीज-मेबैक ने पिछले साल भारत में S600 गार्ड को 10.5 करोड़ रुपये में लॉन्च किया था। वहीं S650 की कीमत 12 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती है। बता दें कि इसमें सिक्योरिटी लेवल किसी प्रोडक्शन कार में दिया गया अब तक का सबसे बेहतर प्रोटेक्शन है।

ध्यान रहे कि नई कार का अनुरोध आमतौर पर विशेष सुरक्षा समूह या एसपीजी द्वारा किया जाता है। जो देश के राज्य प्रमुखों की सुरक्षा की जिम्मेदारी देखता है।
एसपीजी सुरक्षा आवश्यकताओं को देखते हुए निर्णय लेता है कि क्या राज्य प्रमुख को वाहन अपग्रेड की आवश्यकता है या नहीं। ऐसे में अब पीएम मोदी के काफिले में लगे वाहनों को अपग्रेड किया गया है।
ख़ास यह है कि मर्सिडीज-मेबैक S650 गार्ड 6.0 लीटर ट्विन-टर्बो V12 इंजन से संचालित होती है। यह 516 बीएचपी की पॉवर और 900 एनएम का टॉर्क देता है। यह कार अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ सकती है।

कार की बॉडी और खिड़कियां कठोर स्टील कोर बुलेट का सामना करने में सक्षम हैं। इसे धमाका प्रूफ वाहन (ईआरवी) रेटिंग भी मिली है। यानी धमाके इस कार के आगे बेअसर होंगे। इस कार में बैठा शख्स महज 2 मीटर की दूरी पर होने वाले 15 किलोग्राम तक के टीएनटी विस्फोट से भी सुरक्षित रह सकता है।
बताया जाता है कि गाड़ी की खिड़कियों पर पॉलीकार्बोनेट की परत होती है। इससे सुरक्षा का एक और लेयर मिलता है। गैस हमले की स्थिति में केबिन को अलग से एयर सप्लाई भी मिलती है।
कार के फ्यूल टैंक पर एक विशेष सामग्री का कोट होता है, जो गोली लगने से हुए छेद को स्वचालित तरीके से सील कर देता है। यह बोइंग AH-64 अपाचे टैंक अटैक हेलिकॉप्टरों में इस्तेमाल होने वाली सामाग्री से बना होता है। यह कार विशेष रन-फ्लैट टायरों पर भी चल सकती है। जिससे हमले के बाद टायरों के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में भी यह रफ्तार भर सकेगी।