पीएम मोदी ने दिया PMRBP विजेताओं को प्रमाणपत्र, कही ये बड़ी बात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) विजेताओं को संबोधित किया। उन्होंने भारत के युवा स्टार्ट-अप का दुनिया में परचम फहराने का उल्लेख करते हुये कहा कि आज हमें गर्व होता है जब हम देखते हैं कि भारत के युवा नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं और देश को आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमें गर्व होता है जब देखते हैं कि दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के सीईओ युवा भारतीय हैं। आज हमें गर्व होता है जब देखते हैं कि भारत के युवा स्टार्ट अप की दुनिया में अपना परचम फहरा रहे हैं। उन्होंने बेटियों की सफलता का श्रेय उनके अभिभावकों और शिक्षकों को देते हुये कहा कि आपकी हर सफलता उनकी भी सफलता है। जिन क्षेत्रों में बेटियों को पहले इजाजत भी नहीं होती थी, बेटियां आज उनमें कमाल कर रही हैं। हिम्मत और हौसले को भारत की पहचान बताते हुये उन्होंने कहा कि नया भारत आज नया करने से पीछे नहीं रहता है।
Interacting with the youngsters who have been conferred the Rashtriya Bal Puraskar. https://t.co/rMEIt4dInz
— Narendra Modi (@narendramodi) January 24, 2022
प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान की सफलता का श्रेय बच्चों को देते हुये कहा कि जैसे आप स्वच्छता अभियान के लिए आगे आए, वैसे ही आप वोकल फॉर लोकल अभियान के लिए भी आगे आयें। उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि वह घर में इस्तेमाल होने वाले ऐसे उत्पादों की सूची बनाएं जो भारत में नहीं बने हैं और विदेशी हैं। इसके बाद घर के लोगों से भारत में निर्मित उत्पाद खरीदने का आग्रह करें।
पीएम ने आजादी के अमृतकाल के मद्देनजर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों को खास बताते हुये कहा कि देश इस समय अपनी आजादी के 75 साल का पर्व मना रहा है। उन्होंने आजादी की लड़ाई में वीरबाला कनकलता बरुआ, खुदीराम बोस, रानी गाइडिनिल्यू जैसे वीरों का उल्लेख करते हुये कहा कि इन सेनानियों ने छोटी सी उम्र में ही देश की आजादी को अपने जीवन का मिशन बना लिया था।
प्रधानमंत्री ने सिखों के 10वें गुरू गोबिन्द सिंह के बेटों के शौर्य और बलिदान का जिक्र करते हुये कहा कि साहिबजादों ने जब बलिदान दिया था तब उनकी उम्र बहुत कम थी। भारत की सभ्यता, संस्कृति, आस्था और धर्म के लिए उनका बलिदान अतुलनीय है।
प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर इंडिया गेट पर उनकी होलोग्राम प्रतिमा के अनावरण का उल्लेख करते हुये कहा कि नेताजी से हमें कर्तव्य और राष्ट्रप्रथम की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने युवाओं को नेताजी से प्रेरणा लेकर देश के लिए अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ने का आह्वान किया।