भारतीयों के लिए तुरंत कीव छोड़ने का फरमान जारी! यूक्रेन में और भी बिगड़े हालत

नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच बिगड़ते हालात अभी भी संभालने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते कुछ दिनों से इन दोनों देशों के मध्य भयंकर जंग की स्थिति बनी हुई है, जिसे देखते हुए इसे तृतीय विश्व युद्ध के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। हालांकि, कुछ देशों के बीच में दखल के बाद दोनों देशों में बैठकर बातचीत करने का मामला सामने आया था। बावजूद इसके अभी तक कोई भी बात बनती हुई नहीं दिखाई दे रही है। यही वजह है कि यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने सख्त एडवाइजरी जारी करते हुए सभी भारतीयों को फ़ौरन कीव से बाहर जाने का निर्देश दे दिया है।
खबरों के मुताबिक़ भारतीयों को सख्त एडवाइजरी जारी हुई है। इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को आज ही छोड़ दें। कहा गया है कि कीव छोड़ने के लिए जो साधन उनको मिले उसे तुरंत पकड़कर वे वहां से निकल लें।
यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया है कि ट्रेन, या जो भी यातायात का साधन मिले उसे पकड़कर लोग कीव से आज ही निकल जाएं।
Advisory to Indians in Kyiv
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022
All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available.
रूसी सेना तेजी से कीव की तरफ बढ़ रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूस की तरफ से अब बेहद बड़ा मिलिट्री काफिला भेजा गया है।
रूस का 40 मील (64 किलोमीटर) लंबा काफिला कीव की तरफ बढ़ रहा है। रूसी हमले के बाद से अबतक यूक्रेन की तरफ भेजा गया यह सबसे लंबा मिलिट्री काफिला है। इससे पहले तक भेजे गए रूसी काफिलों का साइज 3 मील तक रहा था।
बता दें कि यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे। इनमें से चार हजार से ज्यादा लोग वापस भारत आ चुके हैं, बाकियों को निकाला जा रहा है। मोदी सरकार ने इसके लिए ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है।
बता दें कि ऑपरेशन गंगा की आठवीं फ्लाइट बुडापेस्ट (हंगरी) से दिल्ली के लिए मंगलवार को ही रवाना हुई है। इससे पहले आज यूक्रेन से एक फ्लाइट 182 भारतीय छात्र को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची है। सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने का काम और तेजी से होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा है।