कोरोना से बचाव संबंधी बच्चों से जुड़ी ये बातें जरूर जान लें, सुरक्षा गाइडलाइन में हुए नए बदलाव

नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह जानकारी भी सामने आ रही है कि इन दिनों कोरोना संक्रमण बच्चों को भी काफी प्रभावित कर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों से जुड़ी सभी बचाव संबंधी जानकारियां सभी को मालूम होनी चाहिए। वहीं इन मामलों को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के नजरिए से सरकार ने भी नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इस गाइडलाइन में सरकार ने कई नई चीजें भी शामिल की है, जिन्हें ध्यान में रखना बड़ा आवश्यक है।
खबरों के मुताबिक़ ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से कोरोना के बढ़ते मामलों पर एक्सपर्टस के एक समूह ने कोरोना पर पहले की गाइडलाइन की समीक्षा की थी। इसके बाद बच्चों के लिए इस गाइडलाइन्स में कई नई चीजें शामिल की गई हैं।
नई गाइडलाइन के अनुसार अगर स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया जाता है, तो 10-14 दिनों में इसकी डोज कम कर देनी चाहिए। केंद्र ने कोविड के बाद की देखभाल पर अधिक जोर दिया है।
वहीं पांच साल और उससे कम उम्र के बच्चों के लिए मास्क जरुरी नहीं है। 6-11 साल की उम्र के बच्चे अपने माता-पिता की देखरेख में सही ढंग से मास्क लगाएं, 12 साल और उससे अधिक उम्र वालों को बड़ों की तरह ही मास्क पहनना चाहिए।
मंत्रालय ने कहा कि एसिम्टोमैटिक और हल्के मामलों में, थेरेपी या प्रोफिलैक्सिस के लिए एंटीमाइक्रोबियल दवाओं की सलाह नहीं दी गई है। संक्रमण की गंभीरता के बावजूद, 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एंटीवायरल या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी गई है।
वहीं कुछ ख़ास बातें भी हैं, जिन्हें सभी माता-पिता को अच्छे से समझना चाहिए। इसके तहत कोरोना के मरीज को तीन लेयर वाला मास्क लगाना चाहिए। स्टेरॉयड के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी गई है।
स्टेरॉयड के COVID-19 के एसिम्टोमैटिक और हल्के मामलों में हानिकारक बताया गया है। स्टेरॉयड सही समय पर, सही डोज में और तय दिन के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
सभी हल्के और गंभीर मामलों में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। चिकित्सा आधार पर इसे पांच से सात दिनों तक जारी रखा जा सकता है। गाइडलाइन के मुताबिक लक्षणों की शुरुआत के बाद से पहले तीन से पांच दिनों में स्टेरॉयड से बचना चाहिए क्योंकि यह वायरल शेडिंग को लम्बा खींचता है।