मोदी ने समझाए बजट के फायदे, कहा- गरीबों को ‘लखपति’ और महिलाओं को बनाया ‘मालकिन’

नई दिल्ली। बुधवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम के द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं को बजट और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया। पीएम मोदी का यह कार्यक्रम साल 2022 के बजट की रूपरेखा बाहर आने के बाद संयोजित किया गया। ताकि पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में सभी भाजपा कार्यकर्ता इस बजट के लोक लुभावन वादों को न केवल जन-जन तक पहुंचाने का काम करें। बल्कि इसके माध्यम से चुनावों से ठीक पहले जनता को भाजपा के समर्थन में जोड़े रखने के प्रयास को भी मजबूती प्रदान की जा सके।

खबरों के मुताबिक़ इस कार्यक्रम के माध्यम से पीएम मोदी ने दावा किया कि हमने गरीबों को ‘लखपति’, महिलाओं को ‘मालकिन’ में बदल दिया। पीएम मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि पीएम आवास योजना के तहत दिए गए घर ने गरीबों को “लखपति” बना दिया है।
उन्होंने कहा, “पिछले सात वर्षों में हमने 3 करोड़ गरीब लोगों को पक्के घर दिए हैं, और उन्हें लखपति बनाया है। जो लोग झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं, उनके पास अपने घर हैं। हमारी सरकार ने इन घरों की कीमत और आकार में वृद्धि की है। इसमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम हैं। हमने महिलाओं को “मालकिन्स” (मालिक) बनाया है।”

युवाओं के विकास के बारे में बोलते हुए कहा कि उनको शिक्षा और स्किल के बेहतर अवसर देने के लिए बीते वर्षों में तकनीक का दायरा निरंतर बढ़ाया गया है। इस बजट में इसे विस्तार देते हुए पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला किया गया है। इससे गरीब बच्चे भी छोटे-मोटे कोर्स, क्वालिटी एजुकेशन के साथ आसानी से कर पाएगा।
पीएम ने कहा कि हर साल लाखों करोड़ रुपए खाद्य तेल खरीदने के लिए विदेश भेजते हैं, वो देश के किसानों को ही मिले, इसके लिए विशेष योजनाएं लागू की जा रही हैं। अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने का एक बड़ा अभियान निरंतर चल रहा है जिसके माध्यम से खेत में ही सोलर पैनल लगाने के लिए मदद दी जा रही है।
बताया कि जल मिशन के तहत अब करीब 9 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है। इसमें से करीब 5 करोड़ से ज्यादा पानी के कनेक्शन जल जीवन मिशन के तहत पिछले 2 वर्षों में दिए गए हैं। बजट में घोषणा की गई है कि इस साल करीब 4 करोड़ ग्रामीण घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा।

उन्होंने कहा- 7-8 साल पहले भारत की GDP 1,10,000 करोड़ रुपये थी और आज भारत की अर्थव्यवस्था लगभग 2,30,000 करोड़ रुपये है। वर्ष 2013-14 में भारत का एक्सपोर्ट 2,85,000 करोड़ रुपये होता था और आज ये लगभग 4,70,000 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा, “कोविड महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था की संभावना है। आज भारत को देखने का दुनिया का नजरिया काफी बदल गया है। अब, दुनिया एक मजबूत भारत देखना चाहती है।”
वहीं केंद्रीय बजट 2022 पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “हमारे लिए एक आत्मनिर्भर और आधुनिक भारत बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। इस बजट में भारत को आगे ले जाने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रावधान हैं। पिछले 7 वर्षों में आधुनिकता की दिशा में लिए गए निर्णयों के कारण भारत की अर्थव्यवस्था का लगातार विस्तार हो रहा है।”
डिजिटल करेंसी की चर्चा करते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था को बहुत बल मिलेगा। ये डिजिटल रुपया अभी हमारी जो फिजिकल करेंसी है, उसका ही डिजिटल स्वरूप होगा और इसे RBI द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। इसको फिजिकल करेंसी से एक्सचेंज किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस साल के बजट में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 68 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। ये राशि पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। इसका लाभ देश के करीब 11 करोड़ किसानों को होगा। पोस्ट ऑफिस में जिनके सुकन्या समृद्धि अकाउंट और पीपीएफ अकाउंट हैं, उनको अब अपनी किश्त जमा करने के लिए पोस्ट ऑफिस जाने की ज़रूरत नहीं है। अब वो सीधे अपने बैंक अकाउंट से ऑनलाइन ट्रांसफर कर पाएंगे।