इस शख्स के मुरीद हुए मोदी! नाम लेकर किया ट्वीट, कहा- प्रेरणा मिलती रहे इसलिए कर रहा फॉलो

नई दिल्ली। वैसे तो पीएम मोदी की लोकप्रियता इतनी हैं कि देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में उनके फैन हैं। मगर, पीएम मोदी खुद कहें कि वो किसी के फैन हैं तो बेशक उस शख्स में कुछ तो बात होगी। जी हां… ऐसा ही कुछ हुआ गुरूवार को। यूपी में सीएम शपथ ग्रहण के ठीक एक दिन पहले पीएम मोदी ने अपनी आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से लगातार दो ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने एक दिव्यांग कलाकार का नाम लेते हुए कहा कि आज मैं उस सख्स से मिला। यह मौक़ा मेरे लिए अविस्मरणीय। याही वजह है कि मैं उन्हें फालो कर रहा हूं, ताकि भविष्य में भी मुझे उनसे प्रेरणा मिलती रहे।

खबरों के मुताबिक़ पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आयुष से मिलना एक अविस्मरणीय क्षण बन गया है। बता दें आयुष दिव्यांग है और अपने पैरों से पेंटिंग बनाते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने की इच्छा जताई थी। इससे पहले वो अमिताभ बच्चन से भी मिल चुके हैं।
आयुष से मुलाकात करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, आज आयुष कुंडल से मिलना मेरे लिए एक अविस्मरणीय क्षण बन गया। आयुष ने जिस प्रकार पेंटिंग में महारत हासिल की और अपनी भावनाओं को पैर की उंगलियों से आकार दिया, वो हर किसी को प्रेरित करने वाला है। अनवरत प्रेरणा मिलती रहे, इसलिए मैं उन्हें ट्विटर पर फॉलो कर रहा हूं।
आज @aayush_kundal से मिलना मेरे लिए एक अविस्मरणीय क्षण बन गया। आयुष ने जिस प्रकार पेंटिंग में महारत हासिल की और अपनी भावनाओं को पैर की उंगलियों से आकार दिया, वो हर किसी को प्रेरित करने वाला है। अनवरत प्रेरणा मिलती रहे, इसलिए मैं उन्हें ट्विटर पर फॉलो कर रहा हूं। pic.twitter.com/hHskGAFQXW
— Narendra Modi (@narendramodi) March 24, 2022
बता दें, आयुष ने 10 साल की उम्र में स्कूल जाना शुरू किया था। उन्होंने धीरे-धीरे ड्राइंग में रुचि विकसित की है। शुरुआती दिनों में उन्हें पेंटिंग बनाने में परेशानी हुई। लेकिन प्रैक्टिस करते हुए महारत हासिल कर ली।
जानकारे के अनुसार आयुष कुंडल तमान प्रदर्शनियों में अपने चित्रों का प्रदर्शन कर पुरस्कार जीत चुके हैं। उन्होंने बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन की भी पेंटिंग बनाई थी। जिसके बाद अपने परिजनों के साथ मुंबई गए थे। जहां उन्होंने बच्चन से भेंट की थी। आयुष कुंडल खरगोन से 80 किमी दूर बड़वाह नगर में रहते हैं। वो पैरों पर खड़े नहीं हो सकते हैं। उसके हाथ भी काम नहीं करते। वो बोल भी नहीं पाते। शारीरिक कमियां होने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी। अपने पैरों से पेंटिंग बनाना शुरू कर दी।