महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद गरम, राज ठाकरे के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात

नई दिल्ली। लाउडस्पीकर विवाद मामले में आज का दिन काफी अहम है, जिस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। दरअसल, यहां कभी भी और कुछ भी घटित होने की पूरी आशंका है। वजह यह है कि हाल ही में लाउडस्पीकर पर अजान के विरोध में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इस बात का ऐलान किया था कि यदि 5 मई तक मस्जिदों में लाउडस्पीकर का वैल्यूम कम नहीं किया जाता है या फिर उन्हें हटाया नहीं जाता है तो उनकी तरफ से अजान के समय हनुमान चालीसा तेज आवाज में विरोध के रूप में बजाय जाएगा। वहीं इस मामले में उन्होंने एक खुला पात्र लिखते हुए महाराष्ट्र के सभी हिन्दुओं से भी इस आह्वान में शामिल होने की अपील की थी।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने एहतियाती कदम उठाते हुए सीआरपीसी की धारा 149 के तहत मंगलवार शाम महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे को नोटिस जारी किया। वहीं बुधवार सुबह से ही राज ठाकरे के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यानी यदि उनकी ओर से कोई भी अव्यवहारिक कदम उठाया जाता है तो मुमकिन है कि पुलिस शान्ति बनाए रखने के लिए उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है।
खबरों के मुताबिक़ मुंबई पुलिस ने संज्ञेय अपराधों को रोकने से संबद्ध सीआरपीसी की धारा 149 के तहत मंगलवार शाम महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे को नोटिस जारी किया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। शिवाजी पार्क पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि एहतियात के तौर पर यह नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज ठाकरे द्वारा एक खुला पत्र जारी करने के बाद यह कदम उठाया गया है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने मध्य मुंबई क्षेत्र के कई मनसे नेताओं सहित 300 से अधिक लोगों को सीआरपीसी (दंड प्रक्रिया संहिता) की विभिन्न धाराओं के तहत एहतियाती नोटिस जारी किया है।
बता दें कि संज्ञेय अपराधों को रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस जारी किये जाते हैं। संज्ञेय अपराध वे होते हैं, जिनमें पुलिस बिना वारंट के किसी को गिरफ्तार कर सकती है।
वहीं मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा लाउडस्पीकर विवाद के बीच नागपुर शहर में 7,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि शहर में शांति बनाए रखने के लिए सभी समुदायों के नेताओं से बात की गई है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और दंगा नियंत्रण पुलिस (आरसीपी) हाई अलर्ट पर हैं। राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की एक कंपनी को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। पुलिस के अनुसार सीआरपीसी के प्रावधानों के तहत लगभग 900 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि नागपुर शहर में 1,204 मंदिर, 233 मस्जिद और 400 बुद्ध विहार स्थित हैं।
बता दें, लाउडस्पीकर विवाद और राज ठाकरे के अल्टीमेटम के बाद बुधवार को मुंबई के चारकोप इलाके में एक मस्जिद के पास हनुमान चालीसा बजाई गई। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, इसमें मनसे कार्यकर्ता पार्टी का झंडा पकड़े लाउडस्पीकर पर हुनमान चालीसा बजाता नजर आया।
इसको लेकर राज ठाकरे ने एक पत्र भी जारी किया गया था। पत्र में मनसे प्रमुख ने लोगों से आग्रह किया है कि वे बुधवार को जहां भी लाउडस्पीकर पर ‘‘अजान’’ सुनें वे वहां लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजायें।’’ पत्र में उन्होंने लोगों से अजान की आवाज सुनने पर 100 नंबर डायल कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को भी कहा है। राज ठाकरे ने कहा, मैं सभी हिंदुओं से अपील करता हूं कि चार मई को अगर आप लाउडस्पीकरों पर अजान सुनते हैं, तो उन्हीं जगहों पर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएं। तभी उन्हें इन लाउडस्पीकरों से होने वाली मुश्किलों का एहसास होगा। उन्होंने कहा, मैं महाराष्ट्र के सीएम से अपील करता हूं कि वर्षों पहले शिवसेना प्रमुख हिंदू हृदय सम्राट श्री बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि सभी लाउडस्पीकरों को चुप कराने की जरूरत है। क्या आप इसे सुनने जा रहे हैं? या आप किस गैर-धार्मिक शरद पवार का अनुसरण करने जा रहे हैं जिन्होंने आपको सत्ता में बनाए रखा है।