अधूरे तटबंध का निर्माण शुरु, विधायक बोरा की मौजूदगी में जलशक्ति मंत्री ने किया शिलान्यास
विधायक डा. नीरज बोरा ने सदन में की थी जोरदार पैरवी

लखनऊ। लखनऊ उत्तर क्षेत्रवासियों को एक और सौगात मिली है। जहां उत्तर विधानसभा विधायक डा. नीरज बोरा की उपस्थिति में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने तटबंध का लोकार्पण किया। इस दौरान मंत्री ने गोल्ड मेडल ताइकांडो (स्टेट लेवल) प्रतीक सिंह को सम्मानित भी किया। इस मौके पर कई नेताओं समेत भारी संख्या में क्षेत्रिय लोग मौजूद रहे।

इस तटबंध का निर्माण 250 लाख की लागत में हो रहा है। बता दें, यह साढ़े तीन किलोमीटर का कार्य 7 दिनों में पूरा हो जाएगा। वर्षों से लम्बित प्रकरण का पटाक्षेप करते हुए राज्य सरकार ने लखनऊ में गोमती किनारे अधूरे पड़े बांध को बनाने का काम शुरु कर दिया है। इससे एक ओर जहां लोगों को जाम से निजात मिलेगी वहीं दूरी घटने से लोगों का समय व धन बचेगा।
गऊघाट पंपिंग स्टेशन से हरदोई सीतापुर रोड बाईपास तक लगभग साढ़े तीन किलोमीटर लंबाई में निर्माण परियोजना के अंतर्गत 140 मीटर अधूरे पड़े बांध निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया। वहीं मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार बीती सरकारों द्वारा निर्माण कार्य को लेकर बरती गई ढिलाई के कारण आए गैप को भरने का काम कर रही है।

जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ. नीरज बोरा ने शनिवार को निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। तटबंध के निर्माण से मल्लाही टोला वार्ड समेत बसंत कुंज योजना, हरीनगर और आसपास की आबादी को नदी के बाढ़ से बचाव हो सकेगा। अधूरे तटबंध को लेकर क्षेत्रीय विधायक डॉ नीरज बोरा ने पिछले साढ़े चार वर्ष में कई बार इस विषय को सदन में उठाया था।

मंत्री महेन्द्र सिंह ने बताया कि नदी के बाढ़ से बचाव हेतु तटबंध के निर्माण की परियोजना 2004 में तैयार की गई थी। उक्त परियोजना 2009 में पुनरीक्षित की गई तत्पश्चात स्थाई संचालन समिति द्वारा वर्ष 2009 में स्वीकृत हुई।
उन्होंने बताया कि तटबंध के निर्माण कार्य का वित्तपोषण लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। तटबंध निर्माण हेतु भूमि लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित कर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को उपलब्ध कराया जाना था। लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा भूमि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को हस्तांतरित कराए जाने के उपरांत वर्ष 2009-10 किया गया था जो वर्ष 2014 तक कराया जाता रहा। किंतु कैटिल कॉलोनी स्थित 140 मीटर की लंबाई में तटबंध निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध न कराए जाने से तीर्थ लंबाई में तटबंध का निर्माण नहीं कराया जा सका।

उन्होंने बताया कि लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा 140 मीटर गैप की भूमि उपलब्ध कराए जाने तथा धन आवंटन के उपरांत तटबंध के इस अवशेष भाग का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
वही कार्यक्रम में मौजूद क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर नीरज बोरा ने बताया की तटबंध अधूरे पड़े तटबंध के निर्माण हो जाने से हरी नगर बसंत कुंज योजना तथा शालीमार स्थित क्षेत्रवासियों को आवागमन में सुगमता होगी। इसके साथ ही इस परियोजना के पूर्ण हो जाने पर लगभग पांच से छह लाख आबादी को फायदा होगा। उन्होंने कहा की इससे पर्यावरण में प्रदूषण की भी कमी होगी।