चुनाव आयोग ने बरती ढील… बड़ी रैलियां प्रतिबंधित, मगर 1000 लोगों की रैली अनलॉक

लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर इन दिनों सियासत का बाजार काफी गरम है। वैसे तो सभी पांच राज्यों में सभी दल अपनी पकड़ को बनाए रखने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रहे हैं। मगर, सभी सियासी दलों का पूर्ण रुझान इन दिनों को उत्तर प्रदेश की ओर ही बना हुआ है। वजह यह है कि यह एक ऐसा राज्य हैं, जहां देश की सबसे अधिक विधानसभा सीटें आती हैं। हालांकि, इस सियासी खींचतान के बीच चुनाव आयोग ने सभी चुनावी दलों को एक बड़ी छूट दे दी है।
खबरों के मुताबिक़ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर चुनावी रैलियों और रोड शो पर प्रतिबंध को लेकर चुनाव आयोग की सोमवार को बैठक हुई।
चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुशील चंद्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात के बाद रैलियों पर बैन के संबंध में फैसला लिया। इस फैसले के मुताबिक 11 फरवरी तक चुनावी रैलियों पर प्रतिबंध लगा रहेगा।
हालांकि अब 1000 लोग चुनावी रैलियों में शामिल हो सकेंगे। वहीं इनडोर सभाओं में 500 लोगों के बैठने की अनुमति होगी। जबकि डोर टु डोर कैंपेन में 20 लोग जा सकेंगे।
इससे पहले कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने पांचों राज्यों में 22 जनवरी तक रैलियों और रोड शो पर रोक लगाई थी। हालांकि फिर इसे बढ़ा कर 31 जनवरी कर दिया गया था।