ओवैसी और भाजपा दंगल गर्ल पर हुए हमले से एक्टिव हुआ EC, राज्य सरकारों को दिया ये निर्देश

लखनऊ। जहां एक ओर सभी सियासी दल अपनी पार्टी को इन विधानसभा चुनावों में अव्वल बनाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा रहे हैं। वहीं इस बाबत गरमाई यूपी की सियासत में एक दूसरे पर कटाक्ष और धाकड़ बयानबाजी के साथ उम्मीदवारों पर हमले के मामले भी सामने आ रहे हैं, जो काफी विचारणीय हैं और चिंता का विषय भी। यही वजह है कि चुनाव आयोग ने आगे बढ़कर इन मामलों पर न केवल संज्ञान लिया, बल्कि राज्य सरकारों को इसके लिए अधिक सक्रियता बरतने का भी निर्देश दिया है। आयोग ने राज्य सरकारों को निर्देश देते हुए कहा है कि वे सभी दलों के स्टार प्रचारकों को समुचित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराएं।
बता दें, हाल ही में मेरठ में AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी पर हमला हुआ था। इसके बाद शनिवार को BJP की स्टार प्रचारक बबीता फोगाट के काफिले पर भी हमला हुआ।
खबरों के मुताबिक़ ओवैसी पर हुए हमले के बाद पश्चिमी यूपी में डोर टू डोर कैंपेन के दौरान नेताओं की सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए चिंता जताई है।
EC ने स्टार प्रचारकों की सुरक्षा पर निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि इसे लेकर नोडल अफसरों की नियुक्ति की जानी चाहिए। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजामों की निगरानी करें।
दरअसल, 3 फरवरी को मेरठ में असदुद्दीन ओवैसी पर हमला हुआ था। ओवैसी की गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की गई। हमले के बाद ओवैसी ने कहा था कि उन पर मेरठ से लौटते वक्त फायरिंग की गई। इस मामले में ओवैसी ने कहा था कि हमलावर ने मुझे निशाना बनाते हुए गोलीबारी की थी।
वहीं शनिवार को बीजेपी की स्टार प्रचारक बबीता फोगाट मेरठ में सिवालखास विधानसभा क्षेत्र के गांव दबथुवा में भाजपा कैंडिडेट मनिंदर पाल के समर्थन में प्रचार करने के दौरान वोट मांग रही थीं। तभी कुछ लोगों ने विरोध किया और लाठी-डंडे लेकर आ गए। और उनके काफिले पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया।