दो महीनों से भटक रही थी मां… सपा नेता के खेत में मिला दलित लड़की का शव, भाजपा-बसपा हमलावर

लखनऊ। बीते दिन यानी गुरुवार को सपा नेता के खेत में एक दलित लड़की का शव बरामद होने से यूपी का सियासी पारा काफी चढ़ गया है। मृतिक लड़की की मां का आरोप है कि सपा सरकार में मंत्री रहे स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने उनकी बेटी की हत्या की है। ऐसे में इस मामले के सामने आने के बाद से ही भाजपा सपा पर हमलावर है। वहीं इस मामले में बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी इस मामले को दुखद और गंभीर बताया है।
खबरों के मुताबिक़ गुरुवार को पुलिस को तमाम साक्ष्यों के आधार पर जानकारी हुई कि कब्बा खेड़ा के घर के बगल में ही युवती का शव गड़ा हुआ था।
इस पर सदर कोतवाली पुलिस स्वाट टीम के सभी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर खुदाई शुरू करवाई। इसके बाद 4 फीट गड्ढा खोदने के बाद शव को बरामद कर लिया।
परिजनों को सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची मां ने पुलिस पर आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर दरोगा जी हमारे साथ आ जाते तो हमारी बेटी जिंदा होती।
लड़की के पिता ने कहा कि हमारी लड़की की लाश दिव्यानंद आश्रम में मिली है, दिव्यानंद आश्रम में मेरी लड़की कैद थी, तब प्रेम नारायण दीक्षित दरोगा थे, यहां उन्होंने दरवाजा नहीं खुलवाया था, उन्हीं का हाथ है, प्रेम नारायण दीक्षित और राजोल सिंह ने मिलकर हमारी लड़की को मरवा दिया है।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि पहले गुमशुदगी दर्ज की गई थी, विवेचना के क्रम में गुरुवार को ये डेड बॉडी बरामद की गई है। एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है। इस घटना में जो अन्य साथी है, उनको पता कर गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
वहीं इस मामले पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की मां आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे, जांचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे।’
वहीं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा, ‘उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला, परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे, राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।’
बता दें, दो महीने से अपनी बेटी के लिए दर-दर भटक रही मां को गुरुवार को उसकी बेटी की डेड बॉडी मिली। उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह से गायब है। पीड़िता की मां ने 8 दिसंबर को कोतवाली में तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।
मां ने सपा के पूर्व राज्यमंत्री और सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्व. फतेहबहादुर के बेटे राजू सिंह पर गायब करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी।
ऐसे में 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे मृतिक की मां कूद गई थी। मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को जेल भेज दिया, जिसके बाद युवती का पता नहीं चल सका। बीती 4 फरवरी को पुलिस ने राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई।