कुन्नूर हेलीकॉप्टर क्रैश : हादसे का शिकार 14वां जांबाज भी हार गया जिंदगी की जंग

नई दिल्ली। 8 दिसंबर को तमिलनाडू के कुन्नूर में हुए सीडीएस बिपिन रावत हेलीकॉप्टर हादसे के शिकार हुए आख़िरी जाबांज ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को निधन हो गया। बता दें कि हादसे के बाद हेलीकॉप्टर पर सवार 14 लोगों में से कैप्टन वरुण सिंह ही अकेले बच पाए थे, जिनका एक सप्ताह से अस्पताल में इलाज चल रहा था।
खबरों के मुताबिक़ हेलिकॉप्टर में सवार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का हादसे के बाद से बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा था। 15 दिसंबर बुधवार की सुबह वरुण सिंह का निधन हो गया।
इसको लेकर भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक जानकारी दी। यह जानकारी देते हुए भारतीय वायु सेना ने कहा कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए भारतीय वायुसेना को गहरा दुख है। उनकी आज सुबह मृत्यु हो गई। भारतीय वायुसेना उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करती है और उनके शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।
इस सूचना के बाहर आने के बाद वरुण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, “कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को शक्ति प्रदान करे। मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि, वरुण सिंह असली फाइटर थे। वो आखिरी सांस तक लड़ते रहे। उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ हूं। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया, “यह जानकर दुख हुआ कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने जीवन के लिए एक योद्धा की तरह लड़ाई लड़ने के बाद अंतिम सांस ली।