सीएम योगी ने नायब तहसीलदारों और सहायक अध्यापकों को वितरित किए नियुक्ति पत्र

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां लोक भवन में लोक सेवा आयोग से चयनित नायब तहसीलदारों एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, राज्य मंत्री गुलाबो देवी समेत शासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान सीएम योगी ने नव चयनित अभ्यर्थियों से बात कर विपक्ष पर करारा हमला भी बोला। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 2017 के पहले नियुक्ति निकलती थी तो चाचा, भतीजा, भांजे, महाभारत के सभी रिश्ते वसूली पर निकल पड़ते थे। गांव-गांव में झोला लेकर वह वसूली करने के लिए निकल पड़ते थे। वसूली हुआ करते थे और बाद में अधिकारी फंसते थे।

उन्होंने कहा कि नवचयनित अभ्यर्थियों को बधाई देता हूं। अपनी शुभकामनाएं देता हूं। नायब तहसीलदारों की महती भूमिका होती है। आम जन और राजस्व प्रशासन के बीच एक कड़ी का काम करता है। राजस्व की व्यवस्था से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण कड़ी है। विवाद के लगभग 60 फ़ीसदी मामले राजस्व से जुड़े होते हैं। खासकर गांव में यह समस्या और ज्यादा होती है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस समस्या का समाधान करने की कोशिश की है। अब तक उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत जिस व्यक्ति का जहां पर आवास है, ऐसे करीब 24 लाख परिवारों को लाभ पहुंचा चुके हैं। माफियाओं के कब्जे से भूमि मुक्त कराई गई है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे अधिक गरीबों को मकान देने के मामले में उन्हें भी उत्तर प्रदेश आगे है। यह तभी संभव हो सका है जब सोच ईमानदार है। जब सोच ईमानदार है तो काम दमदार दिखाई दे रहा है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चयनित अभ्यर्थियों में साधना, कमलेंद्र प्रताप सिंह, आदित्य समेत अन्य से बातचीत भी किया। उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों से कहा कि अगर भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी ने कोई घूस की मांग तो नहीं की ? किसी सिफारिश की जरूरत तो नहीं पड़ी ? उसके बारे में आप बता सकते हैं। इस पर अभ्यर्थियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार से कोई लेन-देन की बात किसी ने नहीं की है।