सीसीटीवी की निगरानी में होंगी बोर्ड परीक्षाएं, नकल कराने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आ रही है। ऐसे में सरकार की पुरजोर कोशिश है कि प्रदेश में नकलविहीन परीक्षाएं संचालित हो। ताकि बच्चों को उनकी काबलियत के हिसाब से ही परिणाम हासिल हों और उनका भविष्य उज्जवल हो सके। इसके लिए मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने अधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए।
बता दें, 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं 24 मार्च 2022 से शुरू होंगी। यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा 24 मार्च से 11 अप्रैल 2022 तक चलेंगी। वहीं इटर की परीक्षा 24 मार्च से 20 अप्रैल 2022 तक चलेंगी।
खबरों के मुताबिक़ परीक्षाओ को नकल विहीन कराने के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने फुलप्रूफ खाका तैयार किया है। इसके तहत संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। संवेदनशील जिलों में एसटीएफ को निगरानी की जिम्मेदारी दी जाएगी और प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस बल लगाया जाएगा।
इतना ही नहीं सभी परीक्षा केंद्रों के सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे होंगे। कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी साफ्टवेयर के माध्यम से लगाई जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन प्रश्न पत्रों के पहुंचने से पहले ही प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए उसे जिला मुख्यालय में पुलिस कस्टडी में रखा जाए।
वहीं परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न पत्रों का वितरण जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी की निगरानी में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा पुलिस अभिरक्षा में कराया जाएगा।
उन्होंने जिलों के अफसरों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा की अवधि में पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिस बल उपलब्ध रहे। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए जिलों में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएं।
इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जाए और ऐसे लोगों पर त्वरित रूप से कार्रवाई की जाए।
मुख्य सचिव ने परीक्षा अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग, पचायती राज विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे परीक्षा केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं जिससे परीक्षार्थियों को परेशानी न हो। जिलों के अफसरों से कहा गया है कि वे शत प्रतिशत परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर लें और यह सुनिश्चित कर लें कि वहां आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हों।
अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों को बताया कि प्रदेश में 8373 परीक्षा केन्द्रों पर 51 लाख 92 हजार 689 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। प्रश्न पत्रों को रखने की व्यवस्था डबल लाक युक्त अलमारी में की गई है।
पूरी परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में होगी। इसके लिए लखनऊ में क्रेंदीयकृत राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां सभी केंद्रों से सीसीटीवी की लाइव फीड पहुंचेगी। नकल विहीन परीक्षा की जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की होगी। उन्होंने बताया कि पहली बार परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों एवं कर्मियों की तैनाती साफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी। इस साफ्टवेयर में कक्ष निरीक्षकों की दैनिक उपस्थिति भी दर्ज की जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन ले जाना वर्जित रहेगा।