यूपी पर अखिलेश-आजम का फोकस बरकरार, लोकसभा से दे दिया इस्तीफा

नई दिल्ली। हाल ही में हुए यूपी विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि सपा मुखिया अखिलेश और आजम खान विधायकी से इस्तीफ़ा देकर लोकसभा का रुख कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये माना जा रहा था कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में सपा विपक्ष के तौर पर भाजपा से एक बार फिर जंग करना चाहती है। मगर, ऐसा हुआ नहीं। मंगलवार को इन कयासों पर अखिलेश और आजम ने लोकसभा से अपना इस्तीफा देकर विराम लगा दिया।
खबरों के मुताबिक़ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज लोकसभा पहुंचे। यहां वह स्पीकर ओम बिरला से मिले और अपना इस्तीफा सौंप दिया। अब अखिलेश यादव यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता बन सकते हैं। यानी अब बीजेपी सरकार के खिलाफ अखिलेश यादव सदन से लेकर सड़क की लड़ाई की अगुवाई करेंगे, जबकि आजम खान भी विधानसभा के सदस्य बने रहेंगे।

अखिलेश यादव और आजम खान के इस्तीफे के बाद अगले छह महीने के अंदर आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होगा। लोकसभा में अब सपा के सांसदों की संख्या तीन हो गई है। मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव, मुरादाबाद से एसटी हसन और संभल से शफीकुर्रहमा बर्क लोकसभा में सपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
बता दें, सांसदी छोड़ने के फैसले से पहले अखिलेश यादव सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ पहुंचे थे। यहां उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं के अलावा समाज के अलग-अलग तबकों के लोगों से मुलाकात की थी। इससे पहले रविवार को अखिलेश करहल गए थे और वहां भी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलकर चर्चा की थी।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूछा था कि आगे क्या करना चाहिए? आजमगढ़ की संसदीय सीट या करहल की विधानसभा सीट के छोड़ने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि यह पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर तय किया जाएगा। उन्होंने उल्टे मीडिया से सवाल पूछते हुए कहा था कि आप बताइए मैं क्या करूं? अखिलेश ने कहा था कि नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी राय बता दी, अब आगे का फैसला पार्टी तय करेगी।